प्राथमिक इस्लामिक मुद्दों के बारे में हज़रत अमीरुल मोमिनीन ख़लीफ़तुल मसीह पंचम (अ ब अ) के मार्गदर्शन जो विभिन्न अवसरों पर आपने लिखित पत्रों तथा M T A के प्रोग्रामों में दिए हैं सभी के लाभार्थ आधिकारिक रूप से प्रकाशित किये जा रहे हैं।
शाह हारून सैफी “काफ़िर” शब्द सुनते ही कुछ लोगो के ह्रदय में इस्लाम धर्म के बारे में विचित्र प्रकार की धारणाएँ आने लगती हैं। काफ़िर कौन है? क्या इस्लाम धर्म अपने प्रभुत्व के लिए काफ़िरों के साथ भेदभाव का आदेश देता है? क्या इस्लाम समस्त काफ़िरों का वध करने का
अनसार अली ख़ान APRIL 20, 2021 रमज़ान को नेकियों अथवा पुण्यकर्मों का बसंत कहा गया है, इस महीने में एक मुसलमान अल्लाह की उपासना तथा अन्य पुण्यकर्म ज़्यादा करता है।और अपने ख़ुदा को संतुष्ट करने के लिए रात को उठ-उठ कर उपासना के साथ,पवित्र क़ुरआन की तिलावत करता है, ग़रीबों,यतीमों
अनसार अली ख़ान APRIL 06, 2021 किसी भी राष्ट्र तथा जाति की उन्नति उसके युवाओं की उन्नति तथा उनकी प्रतीभा पर निर्भर करती है । युवा लोग हमारे राष्ट्र तथा जाति की प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इन्ही युवाओं के प्रयासों से हमारे राष्ट्र के तेजी से
कोई व्यक्ति यदि एक कण का हज़ारवां भाग क़ुरआन करीम में से कुछ दोष निकाल सके या इसके मुक़ाबले में अपनी किसी पुस्तक की एक कणभर कोई ऐसी विशेषता सिद्ध कर सके जो क़ुरआनी शिक्षा के विपरीत हो और इससे उत्तम हो तो हम प्राण-दंड भी स्वीकार करने को तैयार
अनसार अली ख़ान MARCH 21, 2021 बताऊँ तुम्हें क्या कि क्या चाहता हूँ,हूँ बन्दा मगर मैं ख़ुदा चाहता हूँ ,जो फ़िर से हरा करदे हर ख़ुश्क पौधा,चमन के लिए वो सबा चाहता हूँ । प्रिय पाठको ! हमारा प्यारा भारत वर्ष एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है , ऋषि-मुनि तथा अवतारों
अनसार अली ख़ान MARCH 16, 2021 आधुनिक समाज में नारी सम्मान तथा नारी सशक्तिकरण के लिए हर तरफ़ से आवाज़ें उठ रही हैं और उठनी चाहिए भी । चाहे वह बाप की जायदाद में हिस्सा के लिए हो, दहेज प्रताड़ना हो या तलाक़ हो । अफसोस कि कुछ भ्रांत धारणाओं
13 मार्च, 2021 प्रश्न – एक महिला ने इस्लाम में स्त्री और पुरुष के बीच समानता के विषय पर अपनी कुछ उलझनों का वर्णन करके, इस्लाम के विभिन्न आदेशों के बारे में हुज़ूर अनवर (जमाअत अहमदिया के वर्तमान ख़लीफ़ा) से मार्गदर्शन हेतु निवेदन किया। जिस के उत्तर में हुज़ूर अनवर
08 मार्च, 2021 प्रश्न– एक स्त्री ने महिलाओं के ‘मासिक धर्म’ के दौरान उनके मस्जिद में आने के बारे में विभिन्न हदीसों तथा वर्तमान समय में महिलाओं को मासिक धर्म में अपनी सफाई इत्यादि के लिए उपलब्ध आधुनिक सामग्रियों के वर्णन पर आधारित, एक नोट हुज़ूर अनवर की सेवा में
विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत आज विश्व के 206 देशों में फैल चुकी है और इस्लाम की वास्तविक शिक्षाओं के आधार पर पूरे विश्व में शान्ति, प्रेम, भ्रातृत्व और देश के प्रति वफ़ादारी को बढ़ावा दे रही है। विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत के अगुवा एवं प्रमुख हज़रत मिर्ज़ा मसरूर अहमद साहिब इस सन्देश को पूरे विश्व में फैला रहे हैं। आपके भाषणों में से कुछ उद्धरण इस सम्बन्ध में प्रस्तुत हैं।
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