इस्लामी शिक्षा ऐसी पवित्र शिक्षा है जिसने मर्द और औरत को अलग अलग रखकर ठोकर से बचाया है और मानव का जीवन हराम और कड़वा नहीं किया जिससे यूरोप ने आए दिन के गृहयुद्ध और आत्महत्याएं देखीं।
पश्चिमी दुनिया नारी स्वतंत्रता की अग्रदूत मानी जाती है। परन्तु क्या इतिहास में कोई ऐसी महान विभूति भी गुज़री है जिसने महिलाओं को उनके अधिकार इस प्रकार दिलाए हों कि वह आज भी सभ्य से सभ्य क़ौम तथा राष्ट्र के लिए मार्गदर्शक हैं?
अनसार अली ख़ान MARCH 16, 2021 आधुनिक समाज में नारी सम्मान तथा नारी सशक्तिकरण के लिए हर तरफ़ से आवाज़ें उठ रही हैं और उठनी चाहिए भी । चाहे वह बाप की जायदाद में हिस्सा के लिए हो, दहेज प्रताड़ना हो या तलाक़ हो । अफसोस कि कुछ भ्रांत धारणाओं
13 मार्च, 2021 प्रश्न – एक महिला ने इस्लाम में स्त्री और पुरुष के बीच समानता के विषय पर अपनी कुछ उलझनों का वर्णन करके, इस्लाम के विभिन्न आदेशों के बारे में हुज़ूर अनवर (जमाअत अहमदिया के वर्तमान ख़लीफ़ा) से मार्गदर्शन हेतु निवेदन किया। जिस के उत्तर में हुज़ूर अनवर
08 मार्च, 2021 प्रश्न– एक स्त्री ने महिलाओं के ‘मासिक धर्म’ के दौरान उनके मस्जिद में आने के बारे में विभिन्न हदीसों तथा वर्तमान समय में महिलाओं को मासिक धर्म में अपनी सफाई इत्यादि के लिए उपलब्ध आधुनिक सामग्रियों के वर्णन पर आधारित, एक नोट हुज़ूर अनवर की सेवा में
क्या यह सच है कि मुसलमानों को शत्रुओं की स्त्रियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने अनुमति है? विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत के पांचवें खलीफा और इमाम हज़रत मिर्ज़ा मसरूर अहमद ने इस प्रश्न का बहुत ही सुंदर उत्तर दिया है।
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