लेख

हम सब भारतीय हैं
अनसार अली ख़ान MARCH 21, 2021 बताऊँ तुम्हें क्या कि क्या चाहता हूँ,हूँ बन्दा मगर मैं ख़ुदा चाहता हूँ ,जो फ़िर से हरा करदे हर ख़ुश्क पौधा,चमन के लिए वो सबा चाहता हूँ । प्रिय पाठको ! हमारा प्यारा भारत वर्ष एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है , ऋषि-मुनि तथा अवतारों

इस्लाम में नारी का महत्व
अनसार अली ख़ान MARCH 16, 2021 आधुनिक समाज में नारी सम्मान तथा नारी सशक्तिकरण के लिए हर तरफ़ से आवाज़ें उठ रही हैं और उठनी चाहिए भी । चाहे वह बाप की जायदाद में हिस्सा के लिए हो, दहेज प्रताड़ना हो या तलाक़ हो । अफसोस कि कुछ भ्रांत धारणाओं

स्त्री तथा पुरुष के बीच समानता
13 मार्च, 2021 प्रश्न – एक महिला ने इस्लाम में स्त्री और पुरुष के बीच समानता के विषय पर अपनी कुछ उलझनों का वर्णन करके, इस्लाम के विभिन्न आदेशों के बारे में हुज़ूर अनवर (जमाअत अहमदिया के वर्तमान ख़लीफ़ा) से मार्गदर्शन हेतु निवेदन किया। जिस के उत्तर में हुज़ूर अनवर

महिलाओं के ‘मासिक धर्म’ के दौरान उनका मस्जिद में आना?
08 मार्च, 2021 प्रश्न– एक स्त्री ने महिलाओं के ‘मासिक धर्म’ के दौरान उनके मस्जिद में आने के बारे में विभिन्न हदीसों तथा वर्तमान समय में महिलाओं को मासिक धर्म में अपनी सफाई इत्यादि के लिए उपलब्ध आधुनिक सामग्रियों के वर्णन पर आधारित, एक नोट हुज़ूर अनवर की सेवा में

देश-भक्ति एवं देश-प्रेम के सम्बन्ध में इस्लामी शिक्षाएं
विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत आज विश्व के 206 देशों में फैल चुकी है और इस्लाम की वास्तविक शिक्षाओं के आधार पर पूरे विश्व में शान्ति, प्रेम, भ्रातृत्व और देश के प्रति वफ़ादारी को बढ़ावा दे रही है। विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत के अगुवा एवं प्रमुख हज़रत मिर्ज़ा मसरूर अहमद साहिब इस सन्देश को पूरे विश्व में फैला रहे हैं। आपके भाषणों में से कुछ उद्धरण इस सम्बन्ध में प्रस्तुत हैं।

विश्व संकट तथा शान्ति पथ
विश्व एक अत्यन्त उपद्रवयुक्त दौर से गुज़र रहा है। विश्व का आर्थिक संकट निरन्तर प्रत्येक सप्ताह नवीन से नवीन तथा कठिनतम ख़तरे प्रकट कर रहा है। द्वितीय विश्व-युद्ध के ठीक पहले की समानताएं निरन्तर प्रकट हो रही हैं तथा स्पष्ट तौर पर ऐसा दिखाई देता है कि घटनाएं विश्व को

तनाव को कैसे देखता है इस्लाम
तनाव एक बड़ी चिंताजनक बीमारी है। तनाव के बारे में आपने बहुत कुछ पढ़ा होगा परन्तु मैं इसका इस्लामिक दृष्टिकोण सामने रखना चाहता हूँ।

क्या इस्लाम उन शत्रुओं की स्त्रियों के साथ जिनसे जंग चल रही हो, शारीरिक संबंध बनाने और उनको बेचने की आज्ञा देता है?
क्या यह सच है कि मुसलमानों को शत्रुओं की स्त्रियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने अनुमति है? विश्वव्यापी अहमदिया मुस्लिम जमाअत के पांचवें खलीफा और इमाम हज़रत मिर्ज़ा मसरूर अहमद ने इस प्रश्न का बहुत ही सुंदर उत्तर दिया है।

प्रेम सभी से, घृणा किसी से नहीं: विश्व में शांति स्थापित करने का एकमात्र उपाय
इस्लाम की शिक्षा यह है कि हमें सभी मानव जाति से प्यार करना चाहिए, और किसी के लिए नफ़रत नहीं करनी चाहिए

भारत का 76वां गणतंत्र दिवस
ख़ुदा और इस्लाम से सच्चा प्रेम अपने देश से प्रेम की मांग करता है — हज़रत मिर्ज़ा मसरूर अहमद अहमादिया मुस्लिम जमात भारत की और से तमाम देश वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाइयां। 26 जनवरी का ऐतिहासिक दिन भारत की उन्नति की बुनियाद रखता है। आज से 76 साल

ख़िलाफ़त ए अहमदिया: विश्व शांति के प्रयास में अग्रसर
आज के संघर्षपूर्ण और अशांत वातावरण में जहां हर कोई शांति की तलाश में है उन सभी के लिए अहमदिय्या ख़लीफा का उपदेश एक जीवन रेखा है।

हम और हमारी पहचान
नमाज़ का क़ियाम, नमाज़ की बरवक़्त अदायगी हमारी शनाख़्त है जिसे अल्लाह तआला ने क़ुरआन-ए-करीम में और फिर हज़रत-ए-अक़दस मुहम्मद रसूल अल्लाह स. और ख़ुदा के पाक मसीह ने हमारे लिए मुक़र्रर कर दी है।

अहमदिया मुस्लिम जमाअत ने अपने राष्ट्रीय मुख्यालय क़ादियान में ईद मिलन का आयोजन किया
22 मई 2023 6 मई 2023 को, अहमदिया मुस्लिम जमाअत ने अपने राष्ट्रीय मुख्यालय क़ादियान में ईद मिलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जमाअत अहमदिया भारत के मुख्य कार्यकारी निदेशक मौलाना मोहम्मद इनाम गौरी साहिब ने की। कार्यक्रम सामान्य रूप से शाम 6 बजे जमाअत-ए-अहमदिया के धार्मिक संस्थान

अहमदिया मुस्लिम जमाअत ने दिल्ली में ईद मिलन समारोह का आयोजन किया
16 मई 2023 29 अप्रैल 2023 को, अहमदिया मुस्लिम जमाअत दिल्ली ने कोन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में ईद मिलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खुद्दामुल अहमदिया (अहमदिया युवा संगठन) के प्रमुख श्री के॰ तारिक अहमद साहिब ने की। कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रगान से हुआ, जिसके बाद अहमदिया मुस्लिम

क़ुरआन-ए-मजीद की हिफ़ाज़त करने वाला अल्लाह तआला है (क़िस्त-3)
इस धरती पर बसने वाले करोड़ों मुस्लमानों का यह ईमान और विश्वास क़ियामत तक रहेगा कि क़ुरआन-ए-मजीद अल्लाह का कलाम है और नुज़ूल के दिन से ही अल्लाह तआला ने उसको अपने संरक्षण में रखा हुआ है और क़ियामत तक रखेगा। और यह भी एक हक़ीक़त है कि पिछली चौदह सदियों में शैतानी और पिशाचवृत्त ताक़तों ने इस कलाम इलाही में सैंकड़ों स्थान आपति और संदेह पैदा करने की कोशिशें कीं और यह सिलसिला अब तक जारी है। वर्तमान में ही लखनऊ के वसीम रिज़वी नामी एक व्यक्ति ने सुप्रीमकोर्ट आफ़ इंडिया में एक अर्ज़ी दाख़िल की और 26 क़ुरआन-ए-मजीद की आयतों को हज़फ़ करने का मुतालिबा किया।

क़ुरआन-ए-मजीद की हिफ़ाज़त करने वाला अल्लाह तआला है (क़िस्त-2)
इस धरती पर बसने वाले करोड़ों मुस्लमानों का यह ईमान और विश्वास क़ियामत तक रहेगा कि क़ुरआन-ए-मजीद अल्लाह का कलाम है और नुज़ूल के दिन से ही अल्लाह तआला ने उसको अपने संरक्षण में रखा हुआ है और क़ियामत तक रखेगा। और यह भी एक हक़ीक़त है कि पिछली चौदह सदियों में शैतानी और पिशाचवृत्त ताक़तों ने इस कलाम इलाही में सैंकड़ों स्थान आपति और संदेह पैदा करने की कोशिशें कीं और यह सिलसिला अब तक जारी है। वर्तमान में ही लखनऊ के वसीम रिज़वी नामी एक व्यक्ति ने सुप्रीमकोर्ट आफ़ इंडिया में एक अर्ज़ी दाख़िल की और 26 क़ुरआन-ए-मजीद की आयतों को हज़फ़ करने का मुतालिबा किया।

क़ुरआन-ए-मजीद की हिफ़ाज़त करने वाला अल्लाह तआला है
इस धरती पर बसने वाले करोड़ों मुस्लमानों का यह ईमान और विश्वास क़ियामत तक रहेगा कि क़ुरआन-ए-मजीद अल्लाह का कलाम है और नुज़ूल के दिन से ही अल्लाह तआला ने उसको अपने संरक्षण में रखा हुआ है और क़ियामत तक रखेगा। और यह भी एक हक़ीक़त है कि पिछली चौदह सदियों में शैतानी और पिशाचवृत्त ताक़तों ने इस कलाम इलाही में सैंकड़ों स्थान आपति और संदेह पैदा करने की कोशिशें कीं और यह सिलसिला अब तक जारी है। वर्तमान में ही लखनऊ के वसीम रिज़वी नामी एक व्यक्ति ने सुप्रीमकोर्ट आफ़ इंडिया में एक अर्ज़ी दाख़िल की और 26 क़ुरआन-ए-मजीद की आयतों को हज़फ़ करने का मुतालिबा किया।

इस्लामी पर्दे से अभिप्राय कैद नहीं
इस्लामी शिक्षा ऐसी पवित्र शिक्षा है जिसने मर्द और औरत को अलग अलग रखकर ठोकर से बचाया है और मानव का जीवन हराम और कड़वा नहीं किया जिससे यूरोप ने आए दिन के गृहयुद्ध और आत्महत्याएं देखीं।